ll Scams ll
Speed Breakers in Economic Growth of India
अगर आजकल के राजनैतिक दल बजाये के अबंबानी, अदानी या किसी और के ऊपर रोप आरोप लगाने के बजाये डॉलर को कम करने, विदेशो मै रखा काला धन वापस लाने और घोटालो को रोकने पर काम करे तो भारत को कोई भी सुपर भारत बनने से नहीं रोक सकता !
कैसे ??
380 लाख हज़ार करोड़ का सवाल है ...
भारतीय गरीब है लेकिन भारत देश कभी गरीब नहीं रहा"* ये कहना है स्विस बैंक के डाइरेक्टर का. स्विस बैंक के डाइरेक्टर ने यह भी कहा है कि भारत का लगभग 380 लाख हज़ार करोड़ रुपये उनके स्विस बैंक में जमा है. ये रकम इतनी है कि भारत का आने वाले 30 सालों का बजट बिना टैक्स के बनाया जा सकता है.
या यूँ कहें कि 60 करोड़ रोजगार के अवसर दिए जा सकते है. या यूँ भी कह सकते है कि भारत के किसी भी गाँव से दिल्ली तक 4 लेन रोड बनाया जा सकता है.
ऐसा भी कह सकते है कि 500 से ज्यादा सामाजिक प्रोजेक्ट पूर्ण किये जा सकते है. ये रकम इतनी ज्यादा है कि अगर हर भारतीय को 2000 रुपये हर महीने भी दिए जाये तो 60 साल तक ख़त्म ना हो. यानी भारत को किसी वर्ल्ड बैंक से लोन लेने कि कोई जरुरत नहीं है. जरा सोचिये ... हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और नोकरशाहों ने कैसे देश को
लूटा है और ये लूट का सिलसिला अभी तक 2014 तक जारी है.
इस सिलसिले को अब रोकना बहुत ज्यादा जरूरी हो गया है. अंग्रेजो ने हमारे भारत पर करीब 200 सालो तक राज करके करीब 1 लाख करोड़ रुपये लूटा.
मगर आजादी के केवल 66 सालों में हमारे भ्रस्टाचार ने 380 लाख हज़ार करोड़ लूटा है. एक तरफ 200 साल में 1 लाख करोड़ है और दूसरी तरफ केवल 66 सालों में 380 लाख हज़ार करोड़ है. यानि हर साल लगभग 50 .75 लाख करोड़, या हर महीने करीब 47 हजार करोड़ भारतीय मुद्रा स्विस बैंक में इन भ्रष्ट लोगों द्वारा जमा करवाई गई है.
भारत को किसी वर्ल्ड बैंक के लोन की कोई दरकार नहीं है. सोचो की कितना पैसा हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और उच्च अधिकारीयों ने ब्लाक करके रखा हुआ है.
हमे भ्रस्ट राजनेताओं और भ्रष्ट अधिकारीयों के खिलाफ जाने का पूर्ण अधिकार है.हाल ही में हुवे घोटालों का आप सभी को पता ही है - CWG घोटाला, 2 जी स्पेक्ट्रुम घोटाला , आदर्श होउसिंग घोटाला, कोयला घोटाला, मनरेगा घोटाला ... और ना जाने कौन कौन से घोटाले अभी उजागर होने वाले है .....
अभी हाल फ़िलहाल के दिनों मे डॉलर 70 रूपये के पास पहुँच गया था तब हमारे केंद्रीय वादिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने डॉलर को नीचे लाने के लिए 500 किलो सोना बेचने कि बात की थी और साथ ही मे दावा भी किया था कि इससे जो लगभग डेढ़ लाख करोड़ आयेंगे उससे डॉलर लगभग 55 रुपये पे आ जायेगा !
दोस्तों मै पूछना चाहता हु कि अगर सिर्फ 1 कोयला घोटाला ही अगर 1 लाख 70 हज़ार करोड़ का है उसी के पैसे वापस सरकारी खाते मई दाल दिए जाए तोह 53 रुपये पे नहीं आएगा, और अगर black money या swiss banks मे रखा हुआ 380 लाख हज़ार करोड़ का केवल 10% ही यानि लगभग 38 लाख हज़ार करोड़ वापस ले आया जाये जोकि आनंद शर्मा के अपेक्षित राशि से लगभई 200 गुना है तो क्या डॉलर वापस 1 रुपये की कीमत पे नहीं आ जायेगा !!
आज हम कोई भी चीज़ इम्पोर्ट या एक्सपोर्ट करते है तो उसकी कीमत डॉलर मे चुकाई जाती है या international market मे जो उसका रेट होता है वो डॉलर्स मे आका जाता है
(डॉलर और रुपये को समझने के लिए http://tarungrover.blogspot.in/2013/08/real-story-of-american-dollar-vs-indian.html इस आर्टिकल को पढ़े )
अब जैसे कि आज सोने का रेट है 1300 डॉलर प्रति औंस
एक औंस मई 31 ग्राम सोना होता है
और 1 डॉलर लगभग 62 रुपये का है
अब सोने का रेट कैसे बनेगा देखिये
1300 X 62 = 80,600/- रुपये 31 ग्राम के
80,600 / 31 = 2600 /- प्रति ग्राम यानि के 26000 /- रूपए प्रति 10 ग्राम
और अगर यही डॉलर 10 रूपए का हो जाये तो क्या होगा
और बिलकुल ऐसा ही असर पेट्रोल, डीसल, गैस और अनन्य वस्तुओ पे पड़ेगा!
पर जो हालत इन राज नेताओ ने अपने स्वार्थ के वशीभूत हो के इस देश की कर दी है उस पर नीचे लिखी पंक्तियाँ बिलकुल सही जाती है
जय हिन्द ! जय भारत !
अभी हाल फ़िलहाल के दिनों मे डॉलर 70 रूपये के पास पहुँच गया था तब हमारे केंद्रीय वादिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने डॉलर को नीचे लाने के लिए 500 किलो सोना बेचने कि बात की थी और साथ ही मे दावा भी किया था कि इससे जो लगभग डेढ़ लाख करोड़ आयेंगे उससे डॉलर लगभग 55 रुपये पे आ जायेगा !
दोस्तों मै पूछना चाहता हु कि अगर सिर्फ 1 कोयला घोटाला ही अगर 1 लाख 70 हज़ार करोड़ का है उसी के पैसे वापस सरकारी खाते मई दाल दिए जाए तोह 53 रुपये पे नहीं आएगा, और अगर black money या swiss banks मे रखा हुआ 380 लाख हज़ार करोड़ का केवल 10% ही यानि लगभग 38 लाख हज़ार करोड़ वापस ले आया जाये जोकि आनंद शर्मा के अपेक्षित राशि से लगभई 200 गुना है तो क्या डॉलर वापस 1 रुपये की कीमत पे नहीं आ जायेगा !!
उसका क्या impact होगा आइये थोड़ा समझने की कोशिश करते है
आज हम कोई भी चीज़ इम्पोर्ट या एक्सपोर्ट करते है तो उसकी कीमत डॉलर मे चुकाई जाती है या international market मे जो उसका रेट होता है वो डॉलर्स मे आका जाता है
(डॉलर और रुपये को समझने के लिए http://tarungrover.blogspot.in/2013/08/real-story-of-american-dollar-vs-indian.html इस आर्टिकल को पढ़े )
अब जैसे कि आज सोने का रेट है 1300 डॉलर प्रति औंस
एक औंस मई 31 ग्राम सोना होता है
और 1 डॉलर लगभग 62 रुपये का है
अब सोने का रेट कैसे बनेगा देखिये
1300 X 62 = 80,600/- रुपये 31 ग्राम के
80,600 / 31 = 2600 /- प्रति ग्राम यानि के 26000 /- रूपए प्रति 10 ग्राम
और अगर यही डॉलर 10 रूपए का हो जाये तो क्या होगा
1300 X 10 = 13,000 /- रुपये 31 ग्राम के
13,000 / 31 = 419 /- प्रति ग्राम यानि के 4190 /- रूपए प्रति 10 ग्राम
और बिलकुल ऐसा ही असर पेट्रोल, डीसल, गैस और अनन्य वस्तुओ पे पड़ेगा!
पर जो हालत इन राज नेताओ ने अपने स्वार्थ के वशीभूत हो के इस देश की कर दी है उस पर नीचे लिखी पंक्तियाँ बिलकुल सही जाती है
आईने॒से सदा चोट खाते रहे, दर्द होता रहा छटपटाते रहे,
हम वतन के लिए॒ सिर कटाते रहे” वो वतन बेचकर मुस्कुराते रहे
जय हिन्द ! जय भारत !